KKR Vs DC – नारायण के सामने घुटने टेक दिए DC की टीम ने

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KKR Vs DC – IPL 2024 का सोलहवा मुकाबला डॉ. वाय.एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-व्हिडीसीए क्रिकेट मैदान में खेला गया। जिसमें KKR की टीम ने 106 रनों से जीत हासिल कर ली। इस मुकाबले में वह देखने को मिला जो बाकी मुकाबले में नहीं मिला था। जिस तरीके से नारायण अस्त्र के सामने बड़े-बड़े योद्धा घुटने टेक देते हैं। इसी तरीके से KKR के योद्धा नारायण के सामने, DC के सारे बॉलर्स घुटने टेक रहे थे।

नारायण के सामने जो भी गेंदबाज गेंदबाजी करने आ रहा था, उन सभी की धुलाई हो रही थी। यह मैच काफी ज्यादा लाजवाब और काफी ज्यादा एग्रेसिव देखने को मिला। जिसमें एक बार फिर से RCB का 263 रनों का रिकॉर्ड टूट गया। इस मैच में क्या-क्या खास देखने को मिला, अगर आपको भी जानना है। तो इस रिपोर्ट के साथ बने रहिए।

आज की ताजा रिपोर्ट में हम आपको इस मैच से जुड़ी हुई हर एक छोटी-बड़ी जानकारी देने वाले हैं।

KKR Vs DC - नारायण के सामने घुटने टेक दिए DC की टीम ने

KKR Vs DC के मैच का क्या रहा हाल?

मैच की शुरुआत में ही KKR ने बाजी मार ली थी। अर्थात KKR ने टॉस जीत लिया था। टॉस जीत कर KKR ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया और उनका यह फैसला उनके हक में साबित हुआ। आपको बता दे कि KKR की तरफ से बल्लेबाजी करने उतरे सुनील नारायण ने ऐसा कहर मचाया कि DC के बॉलर को छुपने के लिए जगह नहीं मिली।

उनके सामने जो भी बोलर आता वह उसकी अच्छे से धुलाई करते नजर आ रहे थे। उन्होंने इशांत शर्मा को एक ओवर में 26 रन मारा कर DC को हार के दर्शन तो करवा ही दिए थे, लेकिन मुकाबले में अभी भी बहुत कुछ होना बाकी था। सुनील नारायण के इस तरह की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी को देखते हुए सोशल मीडिया पर उनके लिए लोगों के अलग-अलग प्रकार के memes वायरल होने लगे।

एक यूजर ने अपनी सोशल मीडिया हैंडल पर ये लिख दिया कि सुनील नारायण को अपने विजिटिंग कार्ड पर यह लिख देना चाहिए कि हमारे यहां पर पावर प्ले में अच्छी धुलाई करने वाले बैट्समैन कम कीमत पर उपलब्ध है। DC का कोई भी बॉलर ऐसा नहीं था, जो KKR के इस तूफान को रोक सके। आपको बता दे कि KKR ने पावर प्ले में ही 88 रन बनाकर अपनी जीत को सुनिश्चित कर लिया था।

पावर प्ले में ही सुनील नारायण ने अपनी हाफ सेंचुरी कंप्लीट कर ली थी। पावर प्ले में हुई DC के बोलेरो की कुटाई ही काफी नहीं थी कि सुनील नारायण का साथ देने के लिए रघुवंशी भी पहुंच गए और उन्होंने भी सुनील नारायण का अच्छे से साथ दिया और DC के बॉलर्स की इस तरीके से धुलाई की कि वह रो भी नहीं सकते थे और चेक भी नहीं सकते थे।

कहने का मतलब यह है कि उनकी धुलाई तो होती रही लेकिन उनके मुख से एक वजह चीख भी ना निकली। सुनील नारायण ने आज ऐसी बल्लेबाजी की कि इस IPL इतिहास का इंडिविजुअल 85 रन बनाकर यह साबित कर दिया है कि उनमें भी अभी दम बाकी है। हालांकि वह अपनी सेंचुरी से चूक गए, लेकिन अर्द्धसतक और भी 39 बोलों पर बना जो काफी ज्यादा लाजवाब था।

सुनील नारायण की इसी बल्लेबाजी के चलते और रिंकू सिंह और रसाल ने 200 की स्ट्राइक रेट से अच्छे खासे रन बनाएं। अगर आपको सच कहूं तो जिंदगी में पहली बार मुझे छक्के देखने में उतना मजा नहीं आ रहा था जितना मजा आया करता था। क्योंकि इस मैच में इतने छक्के लगे कि हर एक दूसरी तीसरी बॉल पर मुझे छक्का देखने को मिल रहा था।

मुझे छक्के देखने से ज्यादा इंतजार था, उस चीज का जिसमें हैदराबाद का वह सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड टूटे। जी हां मैं बात कर रहा हूं, हैदराबाद ने पीछे जो RCB का रिकॉर्ड तोड़कर सबसे ज्यादा IPL इतिहास में 277 का रिकॉर्ड बनाया था। वह टूटने ही वाला था लेकिन इशांत शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद का वह रिकॉर्ड टूटने से बचा लिया।

क्योंकि उन्होंने ऐसी सटीक यॉर्कर मारी कि आंद्रे रसेल को उन्होंने घुटनों के बाल गिराया और उनको बोर्ड आउट कर दिया। सच कह रही हूं अगर आज इशांत शर्मा वह सटीक यॉर्कर नहीं डालते तो आंद्रे रसेल सनराइजर्स हैदराबाद का वह रिकॉर्ड तोड़ देते और IPL के इतिहास में एक नया रिकॉर्ड दुनिया के सामने बन जाता।

इशांत शर्मा के इतने रन लगने के बावजूद भी आखरी ओवर में उन्होंने कोलकाता को 272 रन पर ही रोक दिया। अब एक बात तो पानी की तरह साफ हो गई थी कि दिल्ली जाकर भी यह मैच नहीं जीत सकते हालांकि उनका लड़ना जरूरी था। जिस तरीके से सनराइज हैदराबाद के 277 रन बनने के बाद में भी मैच में कभी भी ऐसा नहीं लगा कि मुंबई ने लड़ना छोड़ दिया है या फिर मुंबई यह मैच नहीं जीत पाएगी।

लेकिन DC की टीम को पता नहीं क्या हो गया था कि उन्होंने कभी भी यह दर्शकों को लगने नहीं दिया कि वह जीतने के लिए मैच खेल रही है। उनको देखकर ऐसा ही लग रहा था कि वह फॉर्मेलिटी पूरी कर रहे हैं। DC जब बल्लेबाजी करने उतरी तो पावर प्ले में ही उनके चार विकेट गिर गए थे। यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने अपने हथियार डाल दिए थे हालांकि ऋषभ पंत की बल्लेबाजी देखने लायक थी।

पूरी टीम ने उनका साथ नहीं दिया तो क्या हुआ, उन्होंने एक रिकॉर्ड तो अपने नाम कर लिया। दरअसल उन्होंने वेंकटेश ईयर के एक ओवर में 28 रन मारकर इस साल के IPL में सबसे ज्यादा एक ओवर में रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। ऋषभ पंत के अलावा स्टेप्स ने भी एक हाफ सेंचुरी लगाई लेकिन DC की टीम यह मैच बुरी तरीके से हार गई और DC की टीम ने 166 रन पर ही घुटने टेक दिये।

यानी कि पूरे विकेट गवा दिए और वह पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाए। तो यह था रोमांचक मुकाबला।

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निष्कर्ष – नारायण के सामने घुटने टेक दिए DC के टीम ने

इस मुकाबले ने IPL इतिहास में एक अलग पहचान बना ली है। इस IPL के महा मुकाबला को देखकर अब कोई बंदा ऐसा नहीं बोल सकेगा कि IPL के इतिहास में कोई ऐसा रिकॉर्ड बचा है जो टूट नहीं सकता। क्योंकि इस तरीके की बल्लेबाजी होती रही और इस तरह की की गेंदबाजी होती रही।

तो आने वाले समय में वह सारी रिकॉर्ड टूट जाएंगे जिनको देखकर ऐसा ही लगता है कि इस रिकॉर्ड को तोड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। बाकी आप लोगों को KKR VS DC का यह मैच कैसा लगा। आप हमें बता सकते हो।

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